Priyanka Verma

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता - !! निःस्वार्थ सेवा!!

निः स्वार्थ सेवा का भाव,
आजकल के ज़माने में कहां दिखाई देता है
इस दौर में तो बस "मैं और मेरा" भाव ही,
हर जगह दिखाई और सुनाई पड़ता है,,

आधुनिकता भरी इस दुनिया में
सेवा के मायने ही बदल दिए हैं आज,
इस हाथ दे, इस हाथ ले,
बस कुछ इसी तरह पूरे होते सबके काज,,

धीरे धीरे लुप्त होती जा रही है,
निः स्वार्थ सेवा की भावना,
बस कुछ विरले ही नज़र आते है,
जो करते सबकी भलाई की कामना,

परंतु,,

कोरोना महामारी जब आई,
इसने लोगों को बहुत सताया,
आगे आए कुछ ऐसे महानुभाव,
जिन्होंने निःस्वार्थ भाव से,
लाचार बेबस लोगों को अपनाया,,

उनकी कोशिशों से ही, उस भयानक दौर में भी,
कोई भूखा नही सोया,
अपना सब कुछ भूल कर,
उन्होंने मानव सेवा को सर्वोच्च बनाया।।

प्रियंका वर्मा
6/5/22

   23
11 Comments

Punam verma

07-May-2022 07:39 AM

Nice

Reply

Abhinav ji

07-May-2022 07:27 AM

Very nice

Reply

Renu

06-May-2022 10:08 PM

👍👍

Reply